भारतीय मूल के 63 वर्षीय अजय बांगा का जन्म पुणे के खादकी छावनी में 10 नवंबर 1959 को हुआ था. उन्होंने Delhi के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनोमिक्स में ग्रेजुएट किया और फिर IIM अहमदाबाद से पीजीपी (मैनेजमेंट) पूरा किया. वे 12 साल मास्टरकार्ड के साथ जुड़े रहे और प्रेसिडेंट-सीईओ का पद संभाला.
बांगा अभी प्राइवेट इक्विटी फर्म जनरल अटलांटिक के वाइस प्रेसिडेंट हैं। उन्हें बिजनस में 30 साल से अधिक अनुभव है और वह मास्टरकार्ड में विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। साथ ही वह अमेरिकन रेड क्रॉस, क्राफ्ट फूड्स और डाउ इंक के बोर्ड में रह चुके हैं। अगर वर्ल्ड बैंक का बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स उनके नाम पर मुहर लगाता है तो वह इस पर पहुंचने वाले पहले भारतीय-अमेरिकन और सिख-अमेरिकन होंगे। अब तक इंटरनेशनल मॉनीटरी फंड और वर्ल्ड बैंक में भारतीय मूल को कोई भी व्यक्ति इस पद पर नहीं पहुंचा है। सिंह ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के सेंट स्फीफंस कॉलेज से इकनॉमिक्स की डिग्री ली है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने की तारीफ
2024 में अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं, जिसकी तैयारियां भी तेज हो चुकी हैं. इस बीच जो बाइडेन ने ये बड़ी घोषणा की है. राष्ट्रपति ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि अजय बांगा (Ajay Banga) इतिहास के इस महत्वपूर्ण क्षण में विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त हैं.
राष्ट्रपति बाइडेन ने बयान में कहा, ‘अजय इतिहास के इस महत्वपूर्ण क्षण में विश्व बैंक का नेतृत्व करने के लिए विशिष्ट रूप से उपयुक्त हैं। अजय ने सफल, वैश्विक कंपनियों के निर्माण और प्रबंधन में तीन दशक से अधिक का समय बिताया है। ये वे कंपनियां हैं जो विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में रोजगार सृजित करती हैं और निवेश लाती हैं। उनके पास लोगों और व्यवस्था को प्रबंधित करने तथा परिणाम देने के लिये दुनिया भर के वैश्विक नेताओं के साथ साझेदारी करने का एक अच्छा ट्रैक रिकॉर्ड है।’ 63 साल के बांगा मास्टरकार्ड के प्रेजिडेंट और सीईओ रह चुके हैं। उन्हें 2016 में उन्हें पद्म श्री से नवाजा गया था।