केंद्र शासित प्रदेश दादरा और नगर हवेली (Dadra and Nagar Haveli) में एक नौ साल के लड़के का क्षत-विक्षत शव (Mutilated Body) वलसाड में मिलने के एक हफ्ते बाद पुलिस ने मंगलवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को कथित रूप से रुपए की लालच में एक जादू टोने की रस्म (Witchcraft Ritual) के तहत बच्चे की हत्या करने (Human Sacrifice) के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने नरबलि की घटना के सिलसिले में एक 16 वर्षीय लड़के को भी हिरासत में लिया था। पुलिस के अनुसार दादरा नगर हवेली के मुख्यालय सिलवासा के निकट सयाली गांव निवासी नौ वर्षीय चैता गणेशभाई कोहला 29 दिसंबर 2022 को अपने घर के बाहर से लापता हो गया था। वलसाड जिले के वापी तालुका के कारवाड़ गांव में एक नहर में उसका शव मिला था। क्षत विक्षत शव से सिर और दाहिना पैर नदारद पाया गया था। लापता अंग 5 जनवरी को सयाली गांव में कब्रिस्तान के पास बरामद किए गए थे।
लड़के के परिवार के सदस्यों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि बच्चा जादू टोना का शिकार हो गया था। बच्चे का क्षत विक्षत शव मिलने के एक दिन बाद पुलिस ने एक 16 वर्षीय लड़के को हिरासत में लिया था। उसने कथित तौर पर बच्चे की हत्या में अपने शामिल होने के बारे में खुलासा किया था। परिवार और गांव वालों ने लगाया जादू-टोने में हत्या का आरोप.
इस निशानदेही के बाद मंगलवार को पुलिस ने नाबालिग की मदद करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी की पहचान वापी तालुका के कराड गांव के रहने वाले 28 साल के शैलेश कोहकेरा और डांग जिले के सुबीर तालुका के मूल निवासी और डीएनएच के अथल गांव निवासी 53 साल के रमेश सांवर के रूप में की गई है।