हरप्रीत ने यात्रा कर रचा इतिहास
ब्रिटिश सेना में भारतीय मूल की अधिकारी और फिजियोथेरेपिस्ट कैप्टन हरप्रीत चांडी ने अकेले बिना किसी सहायता के दक्षिणी ध्रुव (अंटार्कटिका) पर लंबा सफर तय कर इतिहास रच दिया है। वह बिना किसी मदद के अकेले इस कठिन यात्रा को पूरा करने वाली पहली महिला बन गई हैं। अपने इस मुश्किल सफर में उन्होंने शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस कम तापमान का सामना करते हुए अंटार्कटिका में 1,397 किमी की यात्रा की। पिछला रिकार्ड 1,381 किलोमीटर का था जो अंजा ब्लाचा ने 2020 में बनाया था। पोलर प्रीत के नाम से प्रसिद्ध कैप्टन हरप्रीत चांडी अकेले दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाली भारतीय मूल की पहली महिला बनने का कीर्तिमान बना चुकी हैं।
हरप्रीत को किया उपाधि से सम्मानित
हरप्रीत चांडी ने गुरुवार को ब्लाग में लिखा, काफी ठंड थी, तेज हवा भी चल रही थी, लेकिन मैंने अपने आप को पहले रुकने नहीं दिया क्योंकि मुझे लंबा सफर तय करना था। 33 वर्षीय हरप्रीत नवंबर 2022 से अपने इस अभियान पर थी और अत्यधिक ठंड का सामना करते हुए स्लेज खींचते हुए दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचीं। डर्बीशायर विश्वविद्यालय, जिसने उन्हें मानद उपाधि से सम्मानित किया
ब्रिटिश सेना में भारतीय मूल की अधिकारी और फिजियोथेरेपिस्ट कैप्टन हरप्रीत चांडी ने ध्रुवीय अभियान का रिकार्ड तोड़ने के लिए उन्हें बधाई दी है। एक ब्रिटिश सेना की अधिकारी के रूप में कैप्टन हरप्रीत ने नेपाल, केन्या और दक्षिण सूडान के संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान में सेवाएं दी हैं।