केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि भारत ने स्वदेशी 4जी और 5जी टेक्नोलाजी स्टैक बनाकर खुद को साबित किया है। यह तकनीक अब तैयार है और भारत अगले तीन वर्ष में दुनिया में दूरसंचार तकनीक का प्रमुख निर्यातक बनकर उभरेगा।
एक कार्यक्रम में वैष्णव ने कहा कि देश में 5जी सेवाएं एक अक्टूबर 2022 में लांच की गई थीं और मात्र 100 दिन की अवधि में 200 इस तेज विस्तार की से ज्यादा शहरों में इसका विस्तार किया गया। केंदीय मंत्री ने कहा कि 5जी सेवाओं के इस तेज विस्तार की वैश्विक स्तर पर उद्योग जगत से जुड़े लोगों ने सराहना की है।
वैष्णव ने कहा कि अभी केवल दो भारतीय कंपनियां दूरसंचार उपकरणों का निर्यात करती हैं। भारत ने स्वदेशी 4जी और 5जी टेक्नोलाजी स्टैक को विकसित करने में काफी तेजी दिखाई है और यह एक ऐसी उपलब्धि है जिसने दुनिया का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि कम से कम 9-10 देश हमारी टेक्नोलाजी इस्तेमाल करना चाहते हैं।
- मात्र 100 दिनों में 200 से ज्यादा शहरों में हुआ 5जी सेवा का विस्तार
- अभी केवल दो भारतीय कंपनियां निर्यात करती हैं दूरसंचार उपकरण
- 9-10 देश हमारी दूरसंचार तकनीक का प्रयोग करना चाहते हैं
सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देगी सरकार
केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि सरकार देश में सेमीकंडक्टर मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए बहुत जल्द एक कार्यक्रम लाएगी। इसमें 10 वर्षों का रोडमैप होगा। केंद्र सरकार ने दिसंबर 2021 में सेमीकान इंडिया कार्यक्रम लांच किया था। इसका उद्देश्य देश में सेमीकंडक्टर का विकास और डिस्प्ले मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम तैयार करने में मदद करना था।
एक सवाल के जवाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय रेलवे के निजीकरण की कोई योजना नहीं है। रेल मंत्रालय भी वैष्णव के ही पास है। रेलवे का यात्री अनुभव में बदलाव लाने पर विशेष ध्यान है।
इसी कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि भारत डिजिटल क्षेत्र में एक या दो बड़ी कंपनियों को दबदबे की अनुमति नहीं देगा और खुलेपन की सीमा शर्तों व उपयोगकर्ताओं के लिए उचित विकल्प का पालन करना होगा। उन्होंने माना कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी नई तकनीकों के स्पष्ट मानकों को परिभाषित करने का समय आ गया है।