भारत में कोविड-19 का ‘एंडेमिक स्टेज’ में प्रवेश हो सकता है. इसको लेकर चिकित्सकों ने दिशा निर्देश भी जारी किए हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की कि भारत में नए कोविड -19 मामलों की संख्या अगले 10-12 दिनों तक बढ़ती रह सकती है और फिर कम होना शुरू हो सकती है. वे यह भी भविष्यवाणी करते हैं कि कोविड -19 ‘एंडेमिक स्टेज’ में प्रवेश कर सकता है और इसका संक्रमण मौसमी फ्लू की तरह एक नियमित घटनाक्रम बन जाएगा.
‘एंडेमिक स्टेज’ क्या है?
‘एंडेमिक स्टेज’ शब्द एक बीमारी को संदर्भित करता है जो किसी विशेष क्षेत्र या आबादी में लगातार मौजूद होता है. जैसे-जैसे अधिक लोगों को टीका लगाया जाता है और प्रतिरक्षा का निर्माण होता है. वायरस स्थानिक हो जाता है, जिसका अर्थ है कि यह व्यापक प्रकोप पैदा किए बिना निम्न स्तर पर फैलता रहेगा.
हालांकि, यह याद रखना आवश्यक है कि वायरस अभी भी बिना टीकाकरण वाले लोगों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए जोखिम पैदा कर सकता है.
गंभीर बीमारी और इसके संक्रमण को रोकने के लिए स्वास्थ्य दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है. जैसे-जैसे अधिक लोग बीमारी से उबरते हैं, समग्र आबादी अधिक प्रतिरक्षा हो जाती है और इम्यून ट्रांसमिशन दर कम हो जाती है. इससे कम मामले और प्रकोप का खतरा कम होता है, लेकिन बीमारी अभी भी आबादी में मौजूद है.
सावधानी बरतना जरूरी
कोविड -19 मामलों में गिरावट कई कारकों का परिणाम है, जिसमें बढ़ती टीकाकरण दर और पहले से ही संक्रमित व्यक्तियों के बीच प्राकृतिक प्रतिरक्षा का विकास शामिल है. जैसा कि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुझाव दिया गया है, कोरोनोवायरस हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन सकता है, सामान्य सर्दी या फ्लू के समान.
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि वायरस अभी भी मौजूद रहेगा और इसके प्रसार को रोकने के लिए अभी भी सावधानी बरतनी चाहिए, जैसे कि मास्क पहनना या सामाजिक दूरी बनाए रखना. ये सावधानियां न केवल व्यक्तियों की रक्षा करती हैं, बल्कि वायरस के आगे प्रसार को रोकने में भी मदद करती हैं.