एशिया का सबसे बड़ा Tulip Garden जम्मू और कश्मीर में आज से पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. इस बार कश्मीर की घाटी 16 लाख फूलों से महकेगी. यहां की डल झील और जबरवान पहाड़ियों के बीच स्थित एशिया का सबसे बड़ा इंदिरा गांधी ट्यूलिप गार्डन पूरी तरह खिल चुका है. पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है.
ट्यूलिप गार्डन के प्रभारी इनाम-उल-रहमान ने कहा कि बागबानी, इंजीनियरिंग, फफूंदनाशक उपचार, पोषक तत्वों का छिड़काव और मामूली मरम्मत जैसी तैयारियां हम ट्यूलिप शो से पहले कर चुके हैं.
विभिन्न रंगों के 1.6 मिलियन (16 लाख) ट्यूलिप के अलावा, वसंत फूल, जैसे जलकुंभी, डैफोडील्स, मस्करी और साइक्लेमेन, प्रदर्शित किए जाएंगे.
इस साल पीले, लाल, क्रिमसन, बैंगनी और सफेद सहित ट्यूलिप रंगों का इंद्रधनुषी प्रदर्शन होगा. उन्होंने कहा कि जबरवान पहाड़ियों की छाया इस गार्डन को और अच्छा माहौल देती है. लोग इस बगीचे को पसंद करते हैं.
गुलाम नबी आजाद ने की थी शुरुआत
पूर्व में सिराज बाग के नाम से जाना जाने वाला इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन 2008 में जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद द्वारा खोला गया था. आजाज ने घाटी में सर्दी और गर्मी के मौसम के बीच कम पर्यटकों के आने को लेकर इसकी शुरुआत की थी.
मई और जून में होती है कटाई
मीर ने कहा कि हम साल भर मार्च-अप्रैल में फूलों के इस प्रदर्शन को लेकर तैयारी करने में व्यस्त रहते हैं. बीमारियों को लेकर भी ट्यूलिप की जांच करते हैं. मई और जून में हम कटाई शुरू करते हैं, जिसमें तीन महीने लगते हैं. अक्टूबर में मिट्टी की खुदाई और खाद डालने का काम किया जाता है. नवंबर में ट्यूलिप लगाते हैं.