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पीयूष गोयल ने फ्रांस के विदेश व्यापार,आर्थिक और प्रवासी फ्रांसीसी नागरिक मंत्रालय मंत्री ओलीवियर बेख्त से मुलाकात

भारतीय कंपनियां फ्रांस में निवेश बढ़ा रही हैं और इस समय 300 मिलियन यूरो का निवेश किया गया है। पीयूष गोयल ने बताया कि भाषा की बाधाओं को तोड़कर व्यापार को और विस्तार दिया जा सकता है।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने फ्रांस के विदेश व्यापार, आर्थिक और प्रवासी फ्रांसीसी नागरिक मंत्रालय के विशेष मंत्री ओलीवियर बेख्त से कल मुलाकात की। ओलीवियर बेख्त इस समय भारत के दौरे पर आये हुये हैं।

दोनों मंत्रियों ने अपने-अपने यहां की अर्थव्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की। चर्चा के दौरान ओलीवियर बेख्त ने जानकारी दी कि यूरो ज़ोन में फ्रांस की सबसे कम 5.2 प्रतिशत महंगाई दर है, जो यूरोपीय संघ के अन्य देशों की औसत महंगाई दर से आधी है। इसके अलावा फ्रांस में बेरोजगारी दर सात प्रतिशत पर टिकी हुई है और 2022 में सकल घरेलू उत्पाद 2.6 प्रतिशत रहा है। उम्मीद की जाती है कि इस वर्ष इसमें 0.5 से एक प्रतिशत तक की वृद्धि होगी।

पीयूष गोयल ने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था स्थिर है। भारत पहले दो अंकों की महंगाई दर का आदी रहा है, लेकिन अब यह दो अंकों से घटकर 6 से 6.5 प्रतिशत रह गई है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष विकास, सकल घरेलू उत्पाद का 6.8 प्रतिशत रहा और नाममात्र दरों पर 13 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

पीयूष गोयल ने बताया कि व्यापार में वृद्धि हो रही है और अभी बहुत कुछ किया जा सकता है। राफेल की खरीद और हाल में एयरबस के ऑर्डर के आधार पर इस साझेदारी का और मूल्यसंवर्धन हुआ है। ओलीवियर बेख्त ने उल्लेख किया कि द्विपक्षीय व्यापार 2021-22 में 15.1 अरब अमेरिकी डॉलर था, जो पिछले दशक में दोगुना हो गया है। इसी तरह फ्रांस से विदेशी प्रत्यक्ष निवेश 10 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है।

इस तरह फ्रांस, भारत में निवेश करने वाला सबसे बड़ा निवेशक देश है। उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी कंपनियां भारत में निवेश करने के लिये बहुत इच्छुक हैं।

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